नई दिल्ली: 'जेंटलमैन गेम' कहे जाने वाले क्रिकेट में इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली टेस्ट में टीम इंडिया के मुरली विजय अपनी खेल भावना के कारण इन दिनों चर्चा के केंद्र हैं. टीम इंडिया की पहली पारी के दौरान विजय को जब महसूस किया तो उन्होंने अंपायर के फैसले का इंतजार किए बिना पैवेलियन लौटने का फैसला किया. विजय की खेल भावना की इस मामले में तारीफ की जानी चाहिए क्योंकि ग्राउंड अंपायर की ओर से गेंदबाज बेन स्टोक्स और इंग्लैंड टीम की अपील नकारे जाने के बावजूद उन्होंने लौटने का फैसला किया. वाकया मोहाली में हुए सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच का है. इंग्लैंड के 283 रनों के जवाब में भारतीय पारी की शुरुआत में मुरली विजय 'आउट ऑफ टच' दिखे. जब वह 12 रन पर खेल रहे थे, तभी स्टोक्स की ऑफ स्टंप से बाहर निकलती गेंद पर बल्ला चला बैठे और विकेट के पीछे जॉनी बेयरस्टॉ ने गेंद को लपक लिया. इंग्लैंड ने जोरदार अपील की, लेकिन अंपायर जैफने ने इसे नकार दिया. लेकिन विजय पैवेलियन की ओर चल दिए. उन्हें लगा कि वह आउट हैं, तो उन्होंने खुद ही लौटने का फैसला कर लिया.
विजय ने खेल के मैदान पर ऐसी मिसाल पेश की जो आज के प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट में कम ही देखने को मिलती है. आज के समय तो साफ आउट होने के बाद भी ज्यादातर बल्लेबाज इस उम्मीद में क्रीज पर ही खड़े रहते हैं कि अंपायर के फैसले में गफलत की स्थिति में उन्हें लाभ मिल सके. वैसे विजय के पहले देश के महान ओपनर सुनील गावसकर भी ऐसी ही खेल भावना दिखाने के लिए मशहूर थे. सनी को जब अहसास हो जाता था कि वे आउट हैं तो वे अंपायर के फैसले का इंतजार नहीं करते थे और अपनी खास स्टाइल में बल्ला कंधे के नीचे दबाकर पैवेलियन की लौट वापस चल पड़ते थे...
विजय ने खेल के मैदान पर ऐसी मिसाल पेश की जो आज के प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट में कम ही देखने को मिलती है. आज के समय तो साफ आउट होने के बाद भी ज्यादातर बल्लेबाज इस उम्मीद में क्रीज पर ही खड़े रहते हैं कि अंपायर के फैसले में गफलत की स्थिति में उन्हें लाभ मिल सके. वैसे विजय के पहले देश के महान ओपनर सुनील गावसकर भी ऐसी ही खेल भावना दिखाने के लिए मशहूर थे. सनी को जब अहसास हो जाता था कि वे आउट हैं तो वे अंपायर के फैसले का इंतजार नहीं करते थे और अपनी खास स्टाइल में बल्ला कंधे के नीचे दबाकर पैवेलियन की लौट वापस चल पड़ते थे...
विजय ने खेल के मैदान पर ऐसी मिसाल पेश की जो आज के प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट में कम ही देखने को मिलती है. आज के समय तो साफ आउट होने के बाद भी ज्यादातर बल्लेबाज इस उम्मीद में क्रीज पर ही खड़े रहते हैं कि अंपायर के फैसले में गफलत की स्थिति में उन्हें लाभ मिल सके. वैसे विजय के पहले देश के महान ओपनर सुनील गावसकर भी ऐसी ही खेल भावना दिखाने के लिए मशहूर थे. सनी को जब अहसास हो जाता था कि वे आउट हैं तो वे अंपायर के फैसले का इंतजार नहीं करते थे और अपनी खास स्टाइल में बल्ला कंधे के नीचे दबाकर पैवेलियन की लौट वापस चल पड़ते थे....
वैसे, मुरली विजय और सुनील गावसकर की इस 'स्पोर्ट्समैन स्प्रिट' से कहीं बड़ी मिसाल मैदान पर टीम इंडिया के महान बल्लेबाज रहे गुंडप्पा विश्वनाथ पेश कर चुके हैं. रिश्ते में सुनील गावस्कर के बहनोई विश्वनाथ ने इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज बॉब टेलर को अंपायर द्वारा आउट करार दिए जाने के बाद भी बल्लेबाजी के लिए बुलाया था. विश्वनाथ इस मैच में भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे थे. हालांकि टेलर को बल्लेबाजी के लिए वापस बुलाने का फैसला भारतीय टीम को भारी पड़ा था और उसे यह टेस्ट 10 विकेट से गंवाना पड़ा था, लेकिन क्रिकेट जगत में 'विशी' के इस फैसले को मील का पत्थर माना जाता है और इसे उस समय भरपूर सराहना मिली थी. उस समय इस घटना का जिक्र करते हुए कई अखबारों ने हैडलाइन दिया था, 'शाबास विश्वनाथ....'
Plot avilable in lucknow call @7007179405
Project Name-: New SITE
Project Details -:
Location-Gomtinagar Extension which is approximately 1.5 kms from amity university
Near Malhour railway station (deoria villege)
Project size- 12 Bigha.
Plot Rate- Rs 951/sq ft.
More Info.. http://newhutinfra.in/project.php
Project Name-: Vision Green City
Project Details -:
Location- Vision green city at Lucknow Faizabad Highway
Project size - 117 Bigha.
Plot Rate- Rs 599/sq ft.
More Info.. http://newhutinfra.in/projectvg.php
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